Thursday 30 July 2015



है कमी शब्दों की,
उनका व्यकतित्व बयां करने को
ऐसी महान शख्सियत थे वो।
फिर भी कर चला हूँ हिम्मत,
उनके लिए अपनी भावनाएँ उजागर करने को,
कि कितना हम सभी को प्रेरित कर गए हैं वो।

खुशनुमा था चेहरा उनका,
और गरीबों की हमेशा चिंता थी।
सच्चे दिल के इंसान थे वो,
और सच्चा भारतवासी उनकी पहचान थी।


हर डगर पर साथी बन चलते,
दिखाते देश को हरदम एक नई राह।
हमारा भारत हो सर्वश्रेष्ठ सबसे,
यही थी उनके दिल की चाह।

सीधा-सादा व्यवहार उनका,
और थी मधुर सी वाणी।
हमारी सोच को विकसित करती,
उनकी हर एक कहानी।


हर वर्ग के प्रेरणा-श्रोत हैं वो,
चाहे हो वृद्ध या कोई विद्यार्थी।
मन में रहता प्रेम सबके लिए,
और थे हर वर्ग के साथी।

यह यकीन करना भी मुश्किल है,
और सोच पाना भी मुमकिन नहीं।
भर आती हैं मन की आँखें,
जब याद आए की अब वे हमारे बीच नहीं।

उन्हें करते हैं दिल से सलाम,
हमेशा उन्हें याद करेंगे।
वे इंसान के रूप में फऱिश्ता रहे,
जाने के बाद भी सदा अमर रहेंगे।

No comments:

Post a Comment