होली
रँगों का दामन
ये अनोखा रिश्ता
है खुशियों का पिटारा
है दोस्ती का रास्ता
ये अनोखा रिश्ता
है खुशियों का पिटारा
है दोस्ती का रास्ता
उङे अबीर-गुलाल
खिले चेहरे हजार
मस्ती में डूब कर
भूले सब दुखों का सँसार
ये दिन है कैसा आया
हवा में हर तरफ़ प्यार है छाया
अँग से लगे रँग
और बदली सबकी काया
और बदली सबकी काया
ये त्योहार है रौनक बाज़ारों की
गुजिया और भाँग के मारों की
मस्ती है होली के गीतों की
टोलियाँ हैं मन-मीतों की
ढोलक की थाप या DJ की धुन
कैसे भी नाचो
और रँग दो सबको अपने रँग
कैसे भी नाचो
और रँग दो सबको अपने रँग
खेलो जम के होली
बरसाओ पानी की फ़ुहार
बनाए रखो एक दुसरे से प्यार
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